महाविद्यालय का उद्देश्य
श्री सिद्धेश्वर महाराज महाविद्यालय का उद्देश्य छात्र/छात्राओं के उनके मानसिक शारीरिक तथा आत्मविश्वास की दृष्टि से शिक्षा प्रदान करना है और इस दृष्टि से इसे नगर के साथ-साथ ग्रामीण बीहड़ी क्षेत्रों के विशेष कर पिछड़े निर्बल एवं दलित वर्गों के छात्र/छात्राओं को शिक्षा सम्बन्धी सुविधाएँ प्रदान करने का प्रयास होगा | यह संस्था पूर्णतः असाम्प्रदायिक एवं धर्म निरपेक्ष तथा इसके द्वारा जाति रंग धर्म आदि पर आधारित किसी प्रकार के भेदभाव के बिना समस्त ज्ञान पिपासुओं के लिए खुले है यह संस्था अपने समस्त शिक्षार्थियों से संकीर्णता साम्प्रदायिकता और प्रदेशीय पूर्वग्रहों से ऊपर उठकर सुन्दर स्वास्थ्य और पूर्ण जीवन यापन, चरित्र निर्माण तथा सादा जीवन उच्च विचार के महामंत्र को अपना कर चलने की अपेक्षा करती है|
यह महाविद्यालय एक विशेष मिशन को लेकर स्थापित किया गया है अतः हमारा उद्देश्य है यह महाविद्यालय अन्य महाविद्यालयों से कुछ विशिष्ट दिखे | नक़ल विहीन परीक्षायें उत्तम अनुशासन प्राध्यापकों को आदर्शमय आचरण, शिक्षणेत्तर कार्य कलाप कुशल अध्यापन इस महाविद्यालय की विशेषतायें होंगी | क्षेत्रीय जनता से विनम्र अनुरोध है की इस मिशन में हमें अपना सहयोग अवश्य प्रदान करें |
उच्च शिक्षा के क्षेत्र में औरैया जिले में सिद्धेश्वर महाराज महाविद्यालय की स्थापना वर्ष 2010-2011 में की गयी है |
यह महाविद्यालय स्नातक स्तर पर कला एवं विज्ञान संकाय में छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय से सम्बद्ध है महाविद्यालय में भव्य भवन विशाल क्रीडांगन एवं प्राकृतिक वातावरण उपलब्ध है |
उत्तम शिक्षा अनुशासन के साथ विश्वविद्यालय में प्रमुख स्थान बनाना व विद्यार्थियों के सफल भविष्य की प्रेरणा ही महाविद्यालय का प्रमुख उद्देश्य है |
औरैया नगर से निगड़ा रोड, करमपुर रोड पर 10 किमी० एवं फफूँद रेलवे स्टेशन से 20 किमी० दूर कानपुर से 118 किमी० तथा इटावा से 48 किमी० की दूरी पर स्थित है | श्री सिद्धेश्वर महाराज महाविद्यालय में उत्कृष्ट शैक्षिक वातावरण सुसज्जित और व्यवस्थित परिसर, अति उत्कृष्ट अनुशासन, निष्कलंक परीक्षाव्यवस्था, आदर्श गुरु-शिष्य अन्तर्सम्बन्ध तथा स्वच्छ वातावरण एवं स्वस्थ्य पर्यावरण है | जहाँ कक्षाओं में अद्धतन पद्धति से अध्यापन किया जाता है और समृद्ध पुस्तकालय द्वारा स्वाध्याय कि समुन्नत सुविधा प्रदान की जाती है |
श्री सिद्धेश्वर महाराज महाविद्यालय स्ववित्तपोषित योजना के अन्तर्गत और प्रत्येक क्षेत्र में निरन्तर प्रगति की ओर विकासशील है | महाविद्यालय विविध संकायों में अनेक अतिरिक्त विषयों की मान्यता का प्रकरण विश्वविद्यालय एवं शासन के विचाराधीन है |